जेल में ज्यादा सुखी हैं ओम प्रकाश चौटाला
इनेलो सुप्रीमो बोले- अच्छा खाता हूं, टीवी देखता हूं और चैन से सोता हूं!
' मेरी चिंता न करें। मैं तो जेल में ज्यादा सुखी हूं। समय पर अच्छा खाना, टीवी देखना और चैन की नींद लेना मेरी दिनचर्या है। जेल में होने के कारण घरवाले अच्छा भोजन भेजते हैं। इसलिए पहले से ज्यादा फिट हूं।' इंडियन लोकदल (इनेलो) सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला का यह बयान आज जिस समय मुझे मिला, मैं अखबारों में शशिकला के जेल जीवन की शुरुआत के किस्से पढ रहा था। तमिलनाडु में मुख्यमंत्री बनने के सपने देखते देखते 4 साल के लिए जेल भेज दी गई शशिकला के बारे में खबर है कि उन्होंने कर्नाटक की जेल में बीती दो रातें चटाई पर सोकर बिताईं, उन्हें अगरबत्ती मोमबत्ती बनाने का काम दिया गया है जिसके एवज में उनके कैदी खाते में हर दिन 50 रुपये की दिहाड़ी मजदूरी जमा होगी (यदि मेहनत से पूरा काम करेंगी)। शशिकला पर आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप है और उन्हें सश्रम कारावास के साथ ही जेल की रूखी सूखी खाने का आदेश कोर्ट ने दे रखा है। घर का खाना मना कर दिये जाने के कारण जेल की रोटियां किसी तरह निगल रही हैं जयललिता की सखी शशिकला।
दिल्ली हरियाणा में नेताओं की इज्जत की तमिलनाडु कर्नाटक में नेताओं के साथ जेलवालों के व्यवहार की तुलना करना ठीक नहीं। वह दक्षिण (राइट वाला नहीं साउथ वाला) है और हरियाणा दिल्ली के उत्तर में है।
फिलहाल बात सिरसा में चौटाला की सभा के बाबत। श्री चौटाला ने आज सिरसा में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान बयां किया जेल में ज्यादा सुखी रहने वाला अनुभव। चौटाला ने कहा, 'राजनीति के वर्तमान हालात में तो अखबार पढ़ने तक का समय नहीं मिलता। मेरी तो जेल में मौज है। वहां खुले पार्क हैं। राजनीतिक सीरियल के साथ-साथ हनुमान, सिया के राम, अशोक, चंद्र गुप्त, बाजीराव आदि धारावाहिक भी देखता हूं।'
इससे पहले रविवार को हिसार में ओम प्रकाश चौटाला ने कहा था कि उनकी गलती से ही भाजपा सत्ता में आ गई। उन्होंने कहा कि अगर वे 2 दिन और सरैंडर नहीं करते तो क्या भाजपा आती। ओमप्रकाश चौटाला ने खुद को बिल्कुल फिट बताते हुए कार्यकत्र्ताओं से कहा कि जेल में उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। मजे से सोते हैं। अखबार पढ़ते हैं तथा टैलीविजन पर तमाम कार्यक्रम देखते हैं।
शिक्षक भर्ती घोटाला में 10 साल की सजा भुगत रहे हैं चौटाला पितापुत्र और कई आईएएस अफसर। चौधरी देवीलाल के पुत्र और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला छह फरवरी से तीन हफ्ते की पैरोल पर जेल से बाहर हैं और जगह-जगह कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं। चौटाला के पुत्र अजय चौटाला भी इसी कांड में दोषी पाए गए थे और पितापुत्र दोनो दिल्ली के तिहाड़ जेल में सजा काट रहे हैं। तिहाड़ दिल्ली में है और किसी सजायाफ्ता कैदी को पैरोल पर छोड़ने में सरकार की सहमति जरूरी होती है। कई बार पैरोल का विरोध करने के बाद इस बार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दया करके पैरोल का मुखर विरोध नहीं किया तो पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला को पैरोल मिल गई है किंतु पुत्र अजय चौटाला जेल में ही हैं। श्री ओम प्रकाश चौटाला को भी इस महीने के आखिरी दिन वापस तिहाड़ जेल जाना होगा और उनकी होली जेल में बीतेगी।
हमें थाली में मिलेगी सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि हमें भविष्य में सत्ता थाली में परोसी हुई मिलेगी। इनेलो की चर्चा देश ही नहीं विदेश में भी हो रही है।
साभार :डॉ उपेन्द्र पाण्डेय ,ट्रिब्यून चंडीगढ़ .
इनेलो सुप्रीमो बोले- अच्छा खाता हूं, टीवी देखता हूं और चैन से सोता हूं!
' मेरी चिंता न करें। मैं तो जेल में ज्यादा सुखी हूं। समय पर अच्छा खाना, टीवी देखना और चैन की नींद लेना मेरी दिनचर्या है। जेल में होने के कारण घरवाले अच्छा भोजन भेजते हैं। इसलिए पहले से ज्यादा फिट हूं।' इंडियन लोकदल (इनेलो) सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला का यह बयान आज जिस समय मुझे मिला, मैं अखबारों में शशिकला के जेल जीवन की शुरुआत के किस्से पढ रहा था। तमिलनाडु में मुख्यमंत्री बनने के सपने देखते देखते 4 साल के लिए जेल भेज दी गई शशिकला के बारे में खबर है कि उन्होंने कर्नाटक की जेल में बीती दो रातें चटाई पर सोकर बिताईं, उन्हें अगरबत्ती मोमबत्ती बनाने का काम दिया गया है जिसके एवज में उनके कैदी खाते में हर दिन 50 रुपये की दिहाड़ी मजदूरी जमा होगी (यदि मेहनत से पूरा काम करेंगी)। शशिकला पर आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप है और उन्हें सश्रम कारावास के साथ ही जेल की रूखी सूखी खाने का आदेश कोर्ट ने दे रखा है। घर का खाना मना कर दिये जाने के कारण जेल की रोटियां किसी तरह निगल रही हैं जयललिता की सखी शशिकला।
दिल्ली हरियाणा में नेताओं की इज्जत की तमिलनाडु कर्नाटक में नेताओं के साथ जेलवालों के व्यवहार की तुलना करना ठीक नहीं। वह दक्षिण (राइट वाला नहीं साउथ वाला) है और हरियाणा दिल्ली के उत्तर में है।
फिलहाल बात सिरसा में चौटाला की सभा के बाबत। श्री चौटाला ने आज सिरसा में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान बयां किया जेल में ज्यादा सुखी रहने वाला अनुभव। चौटाला ने कहा, 'राजनीति के वर्तमान हालात में तो अखबार पढ़ने तक का समय नहीं मिलता। मेरी तो जेल में मौज है। वहां खुले पार्क हैं। राजनीतिक सीरियल के साथ-साथ हनुमान, सिया के राम, अशोक, चंद्र गुप्त, बाजीराव आदि धारावाहिक भी देखता हूं।'
इससे पहले रविवार को हिसार में ओम प्रकाश चौटाला ने कहा था कि उनकी गलती से ही भाजपा सत्ता में आ गई। उन्होंने कहा कि अगर वे 2 दिन और सरैंडर नहीं करते तो क्या भाजपा आती। ओमप्रकाश चौटाला ने खुद को बिल्कुल फिट बताते हुए कार्यकत्र्ताओं से कहा कि जेल में उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। मजे से सोते हैं। अखबार पढ़ते हैं तथा टैलीविजन पर तमाम कार्यक्रम देखते हैं।
शिक्षक भर्ती घोटाला में 10 साल की सजा भुगत रहे हैं चौटाला पितापुत्र और कई आईएएस अफसर। चौधरी देवीलाल के पुत्र और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला छह फरवरी से तीन हफ्ते की पैरोल पर जेल से बाहर हैं और जगह-जगह कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं। चौटाला के पुत्र अजय चौटाला भी इसी कांड में दोषी पाए गए थे और पितापुत्र दोनो दिल्ली के तिहाड़ जेल में सजा काट रहे हैं। तिहाड़ दिल्ली में है और किसी सजायाफ्ता कैदी को पैरोल पर छोड़ने में सरकार की सहमति जरूरी होती है। कई बार पैरोल का विरोध करने के बाद इस बार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दया करके पैरोल का मुखर विरोध नहीं किया तो पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला को पैरोल मिल गई है किंतु पुत्र अजय चौटाला जेल में ही हैं। श्री ओम प्रकाश चौटाला को भी इस महीने के आखिरी दिन वापस तिहाड़ जेल जाना होगा और उनकी होली जेल में बीतेगी।
हमें थाली में मिलेगी सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि हमें भविष्य में सत्ता थाली में परोसी हुई मिलेगी। इनेलो की चर्चा देश ही नहीं विदेश में भी हो रही है।
साभार :डॉ उपेन्द्र पाण्डेय ,ट्रिब्यून चंडीगढ़ .
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